संपादकीय

जाने से पहले…

डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त यह मेरा आखिरी सफर है। घरवालों ने 108 पर लाख फोन मिलाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जवाब मिला कि आप अपनी व्यवस्था खुद कर लें। मुझे आज पता चला कि सरकार ने जनता को आत्मनिर्भर बनाने का यह नायाब तरीका खोज निकाला है। मैं जानता हूँ कि दिहाड़ी मजदूरी […]